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This is a thorough & exhaustive commentary that beautifully and very lucidly explains the provisions of the Act. Dr. Basanti Lal Babel has quoted all the relevant sections in English & Hindi which makes this book a unique publication. This book will be useful to all those concerned with the problem of corruption. Every effort has been made to make this a useful publication for students, police officers, busy lawyers and all others connected with the administration, application & enforcement of law.
भ्रष्टाचारआजकीएकज्वलंतसमस्याहै।आजसम्पूर्णविश्वइससमस्यासेत्रस्तहै।ऊंचेंस्तरकेभ्रष्टाचारसेदेशकीअर्थ-व्यवस्थाहीचौपटहोनेलगीहै।रिश्वतएवंभ्रष्टाचारकेइसरोगकेनिदानहेतुसमयसमयपरउपायकिएगए, कानूनबनाएगए।
न्यायपालिकानेभीसमयसमयपरअपनेन्यायिकनिर्णयोंकेमाध्यमसेइससमस्याकेनिवारणकीदिशामेंपहलेकी।लेकिनदूसरीतरफन्यायालयोंनेनिर्दोषएवंईमानदारलोकसेवकोंकेहितोंकीसुरक्षाभीकी।
इसीविधिएवंन्यायिक-व्यवस्थाकोइसकृतिमेंप्रस्तुतकियागयाहै।यघपिआकारमेंयहकृतिछोटीअवश्यलगतीहोगी; लेकिन -
(क) इसमेंपर्याप्तसामग्रीदीगयीहै;
(ख) अनावश्यकसामग्रीकोतालागयाहै;
(ग) भाषाआत्यंतसरल, सहजएवंबोधगम्यहै;
(घ) दिसम्बर 2001 तककेसंशोधनएवंमत्वपूर्णन्यायिकनिर्णयसमाहितकिएगएहैं;
(ङ) अन्यसंबंधितविधियोंकायथास्थानउल्लेखकियागयाहै; तथा
(च) परिशिष्टोंमेंमत्वपूर्णअधिनियमोंएवंधाराओंकेमूलपाठदियेगएहैं।
लेखककेदृष्टिमेंयहीकुछमत्वपूर्णविशेषताएँइसकृतिकीहै।
अध्याय
1 प्रारम्भिक
2 विशेषन्यायाधीशोंकीनियुक्ति
विशेषन्यायाधीशोंकीनियुक्ति (क्रमशः)
विशेषन्यायाधीशोंकीनियुक्ति (क्रमशः)
3 अपराधऔरशास्तियाँ
अपराधऔरशास्तियाँ (क्रमशः)
अपराधऔरशास्तियाँ (क्रमशः)
4 अधिनियमकेअधीनअपराधोंकाअन्वेषण
5 अभियोजनकेलिएस्वीकृतिऔरअन्यप्रकीणउपबंध
अभियोजनकेलिएस्वीकृतिऔरअन्यप्रकीणउपबंध (क्रमशः)
अभियोजनकेलिएस्वीकृतिऔरअन्यप्रकीणउपबंध (क्रमशः)
परिशिष्ट 'क' : तुलनात्मकसारणी
परिशिष्ट 'ख' : भ्रष्टाचारनिवारणअधिनियम, 1988
परिशिष्ट 'ग' : भ्रष्टाचारनिवारणअधिनियम, 1947
परिशिष्ट 'घ' : भारतीयदंडसंहिता, 1860 कीधारायें 161 से 165 तक
परिशिष्ट 'ङ' : The Criminal Law Amendment Act, 1952
परिशिष्ट 'च' : अपराधीपरिवीक्षाअधिनियम 1958
परिशिष्ट 'छ' : बैंककारबहीसाक्ष्यअधिनियम, 1891
परिशिष्ट 'ज' : साधारणखंडअधिनियम, 1897
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